अंडा ब्लड ग्लूकोस लेवल को प्रभावित नहीं करता अंडे का सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है आप आपके कैलोरी इनटेक को कम कर देता है जो ग्लाइसेमिक कंट्रोल को इंप्रूव करते हुए डायबिटीज की स्थिति में फायदेमंद हो सकते हैं।

ज्यादातर लोगों को खाने में  ग्लाइसेमिक इंटेक्स   के बारे में हमें पता नहीं होता। जिसका खामियाजा उन्हें डायबिटीज के रूप में भुगतना पड़ता है ।अगर आप ब्लड शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं ,तो इन लो जी आई वाले फूड्स को जरूर ट्राई करें।

स्ट्रॉबेरी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स सामान्य होता है यहां विटामिन सी का एक बेहतरीन होता है यदि आप डायबिटीज से पीड़ित है तो एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर स्ट्रौबरी को अपने डायट का हिस्सा बना सकती हैं।

संतरे में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है इस प्रकार यहां इम्युनिटी पोस्ट करने में मदद करता है संतरे में  ग्लाइसेमिक इंटेक्स   कम होता है डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति ब्रेव बेफिक्र होकर संतरे का सेवन कर सकते हैं।

अंगूर फाइबर और विटामिन बी सिक्स का एक बेहतरीन सूत्र है इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स सीमित होता है दयाबाइटिस के मरीज अंगूर की एक सीमित मात्रा में ले सकते हैं इसका सेवन ब्रेन फंक्शन और मूड का इंप्रूव करता है

राजमा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम है यहां प्रोटीन पोटैशियम और फाइबर का एक बेहतरीन सूत्र है वहीं इसमें पार्ट की मात्रा मौजूद होती है ऐसे में डायबिटीज में इसका सेवन आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

ओटमील  ग्लाइसेमिक इंटेक्स बहुत कम होता है और यहां फाइबर का एक बेहतरीन सोते है यदि कोई व्यक्ति कैविटी से पीड़ित है तो इसका सेवन उनके लिए फायदेमंद रहेगा।

देसी चाचा बटर्मिल्क का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है इसलिए इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए ड्रिंक्स माना गया है डायबिटीज में इसका सेवन ब्लड शुगर लेवल को संतुष्ट रखता है।

ब्राउन राइस डायबिटीज से पीड़ित है तो आपको हाइड्रा इसकी जगह ब्राउन राइस का सेवन करना चाहिए क्योंकि ब्राउन राइस का अगला ग्लाइसेमिक इंटेक्स काफी कम होता है वही इसमें कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो डाइजेशन को स्लो कर देता है और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकता है।