दिमाग के लिए जहर है शराब मुंह में जाते ही शराब को कब झीली सूट लेती है अल्कोहल को मस्तिष्क तक पहुंचने में 6 मिनट लगते हैं।
लीवर के लिए नुकसानदायक है पहली कूट के साथ शराब छोटी अंत में जाती है छोटी आंत इसे सुख आती है फिर यहां रक्त संचार तंत्र में लिवर तक पहुंचती है।
कई अंगों पर डालता है बुरा असर लीवर में जाने के अलावा कुछ अल्कोहल अन्य अंगों तक पहुंच जाता है जैसे पिता का और हड्डियों तक पहुंच जाता है।
बहुत ज्यादा अल्कोहल आपके मस्तिष्क पर असर डालता है आसपास के माहौल को भांप ने में शरीर गड़बड़ आने लगता है शर्मिंदा पन कमजोर पड़ने लगता है।
ज्यादा मात्रा में शराब पीने से इंसान बेसुध होने लगता है शराब पीने के बाद हुए हिस्से या दुर्घटना होती है ,
भोजन नारिका पर भी डालता है असर एवं गले में अल्कोहल का झील को प्रभावित करता है और भोजन नारी का पर असर डालता है।
चीन जापान और कोरिया के 40 फ़ीसदी लोगों में आशिक ultra-high नाम का एंजाइम नहीं पाया जाता यहां शरीर में अल्कोहल के असर को कम करने में मदद करता है उन्हें सिर दर्द उल्टी और चक्कर जैसी शिकायतें होने लगती है।